Remedies for Breach of Contract Meaning in Hindi: संविदा उल्लंघन के लिए उपचार
एक संविदा एक समझौता होता है जो दो उत्पादनों, सेवाओं, या वस्तुओं के बीच होता है जो व्यापार में बदलते हैं। यह एक समझौता होता है जो दोनों पक्षों के बीच होता है और जिसे तब तक मान्य माना जाता है जब तक कि इसे समझौता ताजी नहीं कर दिया गया है। लेकिन कभी-कभी एक पक्ष संविदा के नियमों का उल्लंघन कर सकता है। ऐसे परिस्थितियों में, जब एक संविदा का उल्लंघन किया जाता है, उससे संबंधित पक्ष को कुछ उपचार उपलब्ध हो सकते हैं।
यदि आप भारत में संविदा उल्लंघन के बारे में जानना चाहते हैं तो आपको इस लेख में संविदा उल्लंघन के लिए उपचारों के बारे में बताया जाएगा।
1. नुकसान के लिए मुआवजा का अधिकार – जब भी एक संविदा उल्लंघित होता है, तो उससे प्रभावित होने वाले पक्ष को नुकसान सहना पड़ता है। इस स्थिति में, उस पक्ष को नुकसान के लिए मुआवजा का अधिकार होता है। जब एक संविदा तोड़ा जाता है, तो नुकसान सहने वाली पक्ष को उनके नुकसान के मुआवजा के रूप में एक निशानदेह राशि अदा की जाती है।
2. विकल्प वजनवापसी का अधिकार – यदि एक पक्ष अपने संविदा के शर्तों का पालन नहीं करता है तो दूसरे पक्ष को उस संविदा से बाहर आने का अधिकार होता है। इस स्थिति में, खरीदार या उपभोक्ता को अपने विकल्प वजनवापसी का अधिकार होता है। इस तरह से, वह बेचने वाले से अपने टिकट वापस कर सकता है और अपने पैसे वापस पा सकता है।
3. निष्कासन – जब कोई व्यवसायी संविदा के शर्तों का उल्लंघन करता है तो दूसरे पक्ष को संविदा को निष्कासित करने का अधिकार होता है। संविदा को निष्कासित करके वे उस व्यवसायी से आगे के लिए कोई रिश्ता नहीं रख सकते हैं।
4. नियमों के अधीन दंड – संविदा तोड़ने वाले व्यक्ति को कई दंडों की प्रतिबद्धता मिलती है, जो उसे अपनी संविदा के शर्तों का पालन करने के लिए मजबूर करते हैं। यह दंड नोटिस, नुकसान का भुगतान, रुकसाती, और किसी अन्य कानूनी कार्रवाई का भी शामिल हो सकते हैं।
5. न्यायालय का समर्थन – यदि अन्य उपाय से संविदा के लिए न्यायालय की सहायता लेनी जरूरी होती है, तो संविदा के उल्लंघन के बाद, पक्ष को न्यायालय में जाकर अपने मुआवजे का दावा कर सकता है।
संविदा उल्लंघन एक सीधा प्रभाव होने के साथ-साथ कानूनी परिणाम भी होते हैं। इसलिए, यदि एक संविदा तोड़ा जाता है, तो नुकसान पाने वाले पक्ष को संबंधित उपचारों के बारे में जानना चाहिए।
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